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आईएएस ऑफिसर की कलेक्टरी सिर्फ 6 दिन में चली गई आखिर क्या कारण रहा चलिए जानते हैं

   

आईएएस ऑफिसर की कलेक्टरी सिर्फ 6 दिन में चली गई आखिर क्या कारण रहा चलिए जानते हैं

 

यूपीएससी की परीक्षा सबसे कठिन परीक्षा मानी जाती है । इसमें निकलने के लिए बरसों तैयारियां करना पड़ती है कठिन परिश्रम करता है प्रतिदिन 10 से 15 घंटे पढ़ना होते हैं और ऐसे में कलेक्टर बनने के बाद यदि 6 दिन में कलेक्टरी चली जाए तो इसमें बुरा क्या हो सकता है ऐसा ही एक मामला सामने आया है चलिए जानते हैं विस्तार से।

 

श्रीराम वेंकिटरमण एक ऐसे आईएएस (IAS) officer हैं, जिन्‍होंने संघ लोक सेवा आयोग की सबसे कठिन परीक्षा सिविल सर्विस एग्‍जाम को न सिर्फ पास किया बल्कि उसमें 2nd रैंक हासिल की।  श्रीराम वेंकटरमण ने वर्ष 2012 में यूपीएससी में टॉप किया था। यूपीएससी परीक्षा में कई लोग टॉप करते हैं परंतु जरूरी नहीं है कि पहली बार में ही कलेक्ट्री मिल जाए परंतु श्रीराम वेंकटरमण एक ऐसे खुशनसीब थे जिन्होंने परीक्षा पास करने के बाद तुरंत उन्हें कलेक्टर का पद सौंपा गया।

 
और सोचिए जब कलेक्टर का पद में मिलने के बाद यदि 6 दिन में उनका ट्रांसफर कर दिया जाए तो इससे बुरा क्या होगा।

 

आईएस श्रीराम वेंकटरमण पर आरोप लगा था कि उन्होंने वर्ष 2019 में नशे की हालत में गाड़ी चलाई और इस दौरान गाड़ी चलाते समय  एक पत्रकार केएम बशीर को टक्कर मार दी और इससे टक्कर में पत्रकार की मृत्यु हो गई।

 
इसके बाद केरल सरकार द्वारा श्रीराम वेंकटरमण को अलपुझा जिले का कलेक्टर मनाया गया तो वहां की जनता ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया विरोध के कारण सरकार को कलेक्टर पद से हटाना पड़ा और दूसरी जगह ट्रांसफर कर दिया।

 

नशे की हालत में गाड़ी चलाने और पत्रकार की मृत्यु का पूरा मामला तिरुअनंतपुरम जिला अदालत में पहुंचा जहां पर आईएएस अधिकारी श्रीराम वेंकटरमन पर लगे हत्या के आरोपों को अदालत ने सिरे से खारिज कर दिया। 

 

 केरल सरकार ने भी वर्ष 2020 में श्रीराम वेंकटरमन का निलंबन रद्द कर दिया उसके बाद श्रीराम वेंकटरमन हेल्थ डिपार्टमेंट के ज्वाइंट सेक्रेट्री बनाए गए थे वर्तमान में भी केरल स्टेट सिविल सप्लाईज कॉरपोरेशन लिमिटेड के जनरल मैनेजर है।

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