कर्मचारी शिक्षकों का महंगाई भत्ता/ राहत, पदोन्नति, क्रमोन्नति अनुकंपा नियुक्ति अर्जित अवकाश का नगरीकरण, धारा 49 का विलोपन, स्वास्थ्य बीमा योजना
मध्य प्रदेश में स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत एवं जनजाति कार्य विभाग के अंतर्गत पुराने शिक्षकों की लंबित मांगों को लेकर कई बार सरकार से गुहार लगा चुके हैं परंतु सरकार ने पुराने शिक्षकों की मांगों को नजरअंदाज किया और आज दिनांक तक कोई भी ठोस निर्णय और आदेश जारी नहीं किया इसी कारण पुराने शिक्षकों में आक्रोश है और वह 5 दिसंबर से अब चरणबद्ध आंदोलन करने जा रहे हैं।
मध्य प्रदेश शिक्षक आंदोलन का प्रथम चरण
1. 5 दिसंबर 2022 को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपेंगे
2. 12 दिसंबर को 1 दिवसीय सामूहिक अवकाश लेकर संभागीय मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपेंगे।
3. 19 दिसंबर को राजधानी भोपाल मुख्यालय पर सांकेतिक धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपेंगे।
मध्यप्रदेश में पुराने शिक्षक संवर्ग (ओल्ड कैडर) शिक्षकों की प्रमुख मांगें
1. मा0 मुख्यमंत्रीजी द्वारा 23 दिसंबर 2017 को नसरुल्लागंज में की गई घोषणा की थी की शिक्षा एवं आदिमजाति कल्याण विभाग अंतर्गत कार्यरत सहायक शिक्षकों, उच्च श्रेणी शिक्षकों, प्रधानपाठकों तथा व्याख्याताओं को प्राप्त वेतनमान के आधार पर पदोन्नति / पदनाम का लाभ मिलेगा।
2. तृतीय वेतनमान की विसंगति दूर करते हुए 30 वर्ष की सेवा पर सहायक शिक्षकों को क्रमश: 4200 के स्थान पर 5400 तथा व्याख्याताओं को 6600 के स्थान पर 7600 का लाभ दिया जाए।
3. अन्य विभागों के कर्मचारियों की भाति शिक्षकों को भी सेवाकाल में न्यूनतम 300 दिवस के अर्जित अवकाश के नकदीकरण का लाभ दिया जाए।
4. स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ देते हुए 7वें वेतनमान के अनुरूप बीमा कटौती और गृह भाड़ा का लाभ दिया जाए।
5. पेंशनर्स के लिए मध्यप्रदेश पुनर्गठन अधिनियम 2000 की धारा 49 अविलंब खत्म किया जावे।
6. शिक्षक कर्मचारियों को बकाया डी.ए./ डी.आर का भुगतान निर्धारित तिथि से किया जाए।
6. संस्था में आने की तिथि को आधार बनाते हुए कनिष्ठ शिक्षक को अतिशेष की श्रेणी में माना जाए।
7. वर्षों से लंबित अनुकंपा नियुक्ति की आस में भटक रहे प्रदेश के दिवंगत शिक्षकों के आश्रित परिजनों को बिना शर्त अनुकंपा नियुक्ति प्रदान की जाए!
0 टिप्पणियाँ
ब्लॉक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद