सीहोर वाले बाबा पंडित प्रदीप मिश्रा जी के बारे में जाने Get to know Baba Pandit Pradeep Mishra Ji of Sehore
मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में प्रसिद्ध पंडित प्रदीप मिश्रा जी के बारे में जानते हैं उनका नाम उपनाम क्या है उनके परिवार में कौन है एक मोटी मोटी जानकारी प्रदीप मिश्रा जी के बारे में विस्तार से देखें।
भारतीय संस्कृति में साधु संतों का एक विशेष महत्व है और हर भारतीय नागरिक साधु-संतों को सम्मान देता है उनको पूछता है और उनका अनुसरण भी करता है भारतीय नागरिक धर्म से अत्यधिक प्रभावित होता है और धर्म में आस्था भी रखता है।
आज के समय में एक से एक कथा वाचक कथाओं का वाचन कर रहे हैं और भारत देश में धर्म भजन चेतना का कार्य कर रहे हैं हम बात कर रहे हैं श्री पंडित प्रदीप मिश्रा जी की जो की सीहोर वाले बाबा के नाम से प्रसिद्ध है।
साथ ही यदि पंडित प्रदीप मिश्रा जी की बात करें तो सालों से प्रदीप मिश्रा जी के द्वारा शिव महापुराण का कथा का वाचन किया जा रहा है और इस कथा वाचन में भारत के प्रत्येक नागरिक उनकी कथा को सुनने के लिए आतुर है उनकी कथाओं में भारी भीड़ देखने को मिलती है।
अर्थात कहने का तात्पर्य है की वर्तमान में पंडित प्रदीप मिश्रा जी द्वारा शिव महापुराण का जो कथा वाचन किया जाता है उसका प्रभाव भारत के प्रत्येक कोने कोने तक दिखाई दे रहा है।
पंडित प्रदीप मिश्रा जी अपने कथावाचक में सबसे प्रसिद्ध एक बात एक मंत्र एक उपदेश जरूर बार-बार दोहराते हैं सभी समस्याओं का हल एक लोटा जल।
मध्य प्रदेश सहित कई प्रदेशों में प्रदीप मिश्रा जी द्वारा दिए गए उपदेशो का अनुसरण किया जा रहा है और उनके बताए गए उपायों को लोग मंदिरों में आपको करते हुए मिल जाएंगे छोटा हो, बड़ा हो ,बूढ़ा हो सब प्रदीप मिश्रा जी से प्रभावित हैं और उन में आस्था रखते हैं।
सीहोर वाले बाबा का जन्म परिचय
पंडित प्रदीप मिश्रा जी के जन्म की बात करें तो इनका जन्म सन 1980 में सीहोर में हुआ था जो कि मध्य प्रदेश में आता है। पंडित प्रदीप मिश्रा जी को एक उपनाम रघु राम से भी जाना जाता है पंडित जी ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई दसवीं स्थानीय स्तर पर की और इसके बाद स्नातक की उपाधि प्राप्त की।
पंडित प्रदीप मिश्रा के पिता का नाम पंडित श्री रामेश्वर दयाल मिश्रा है। पंडित प्रदीप मिश्रा जी के दो भाई हैं जिनका नाम दीपक मिश्रा एवं विनय मिश्रा है।
पंडित प्रदीप मिश्रा जी के पिताजी अब इस दुनिया में नहीं है उनका 2 जून को अचानक हार्ट अटैक से निधन हो गया।
प्रदीप मिश्रा जी के बेटे के बारे में सोशल मीडिया पर यह खबर बताई गई थी चलाई गई थी कि उनका बेटा फेल हो गया है जबकि वे अपनी कथा में कहते हैं कि सभी समस्याओं का हल एक लोटा जल है। बच्चे यदि शिवजी पर जल चढ़ाएंगे तो वह पास हो जाएंगे और पंडित प्रदीप मिश्रा जी का ही बेटा फेल हो गया यह जब खबर चली तो पंडित प्रदीप मिश्रा जी आहत हुए।
और उन्होंने अपनी एक कथा वाचन के दौरान इस वाक्य को उठाया कि सोशल मीडिया में ऐसा चल रहा है उन्होंने स्पष्ट कर दिया ऐसा कुछ नहीं है मेरा बेटा पास हो गया है यह भ्रम भ्रांतिया धर्म विरोधी नीतियों द्वारा चलाई जा रही हैं।
प्रदीप मिश्रा जी द्वारा वर्तमान में अशोकनगर में 19 सितंबर से 25 सितंबर कथा का वाचन किया जा रहा है इसके पश्चात मंदसौर में 26 सितंबर से 2 अक्टूबर तक मंदोदरी शिव महापुराण कथा का वाचन करेंगे।
0 टिप्पणियाँ
ब्लॉक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद