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तहसीलदार ने कहा डेढ़ लाख रुपए दो मैं तुम्हें सरपंच बनवा दूंगा लोकायुक्त ने रिश्वत लेते पकड़ा & सेक्टर मजिस्ट्रेट लापता

 

तहसीलदार ने कहा डेढ़ लाख रुपए दो मैं तुम्हें सरपंच बनवा दूंगा लोकायुक्त ने रिश्वत लेते  पकड़ा & सेक्टर मजिस्ट्रेट लापता


जीत - हार में सिर्फ पांच वोट का अंतर होने का फायदा उठाने के लिए एक प्रभारी तहसीलदार ने जीते हुए प्रत्याशी को पहले गुमराह किया , फिर जीत का प्रमाण पत्र देने के बदले तीन लाख रु . की रिश्वत मांगी । जब सौदा 1.50 लाख रुपए में तह हुआ तो प्रत्याशी ने शिकायत लोकायुक्त में कर दी।।  लोकयुक्त की टीम ने मंगलवार सुबह 7 बजे प्रभारी तहसीलदार के सरकारी बंगले पर धावा बोल दिया। उन्हें ₹100000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया । मामला शिवपुरी जिले के खनियाधाना विकासखंड की ग्राम पंचायत भरसूला का है।

  
सरपंच चुनाव - जीत का अंतर केवल 5 वोट
यहां सरपंच प्रत्याशी उमाशंकर लोधी को 478 वोट मिले वहीं प्रतिद्वंदी को 473 वोट मिले थे , वोटों का अंतर 5 था जिसमें को लेकर उमाशंकर ने बताया कि प्रभारी तहसीलदार और रिटर्निंग ऑफिसर सुधाकर तिवारी ने पत्रक होने का बहाना बनाकर पहले गुमराह किया फिर प्रमाण पत्र देने के बदले ₹300000 की मांग की।


तहसीलदार ने कहा -  डेढ़ लाख रुपए दो , मैं तुझे जितवा दूंगा
उन्होंने कहा- मैं तुझे जितवा दूंगा । सामने वाली पार्टी 15 लाख रु . दे रही है । बाद में सौदा 1.50 लाख रु . में तय हुआ । मेरे पास तब रिश्वत देने के पैसे नहीं थे । इसलिए 5 जुलाई को मैंने ग्वालियर में लोकायुक्त में संपर्क किया । मंगलवार सुबह में 1 लाख रु . लेकर तिवारी के सरकारी बंगले पर पहुंचा । तिवारी ने जैसे ही पैसे लिए , लोकायुक्त टीम ने उन्हें दबोच लिया । कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने तिवारी को हटा दिया है । उनकी जगह खनियांधाना तहसील का प्रभार रुचि अग्रवाल को दिया गया है । मूलतः रीवा रहने वाले तिवारी आठ महीने पहले ही खनियांधाना आए थे ।

सेक्टर मजिस्ट्रेट लापता ( नगर निगम चुनाव )
मुरैना - नगर निगम चुनाव मजिस्ट्रेट की जिम्मेदारी निभा रहे वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ . संदीप सिंह तोमर सोमवार शाम 6 बजे से लापता हैं । मंगलवार को उनके छोटे भाई ने सिविल लाइन थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई है । जानकारी के मुताबिक , आंचलिक कृषि अनुसंधान डॉ . संदीप सिंह केंद्र में पदस्थ वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ . संदीप सिंह तोमर सोमवार शाम 6 बजे कृषि कॉलोनी से वार्ड 35 के मतदान केंद्र को चैक करने के लिए घर से निकले थे । घर से निकलने के बाद उनका मोबाइल फोन स्विच्ड ऑफ हो गया ।

  
नगर निगम चुनाव वार्ड 35 में थी ड्यूटी
डॉ . सिंह जब रात 12 बजे तक घर वापस नहीं पहुंचे तो उनके परिजन ने उन्हें खोजना शुरू किया । रातभर तलाश के बाद भी वे नहीं मिले , तब मंगलवार सुबह सिविल लाइन पुलिस को सूचना दी गई । डॉ . सिंह की पत्नी आशा तोमर ने बताया कि शाम 5.30 बजे चाय पीने के बाद वे बिना कुछ बताए घर से चले गए । वे दो दिन से चुनाव ड्यूटी में व्यस्त थे , इसलिए हमने मान लिया कि उसी काम से गए होंगे ।

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