शिक्षा विभाग में AEO की होगी नियुक्ति संकुल केंद्र को उपसंकुल केंद्र में बाटा आएगा। लोक शिक्षण संचालनालय की तैयारी
भोपाल - शिक्षा विभाग में जल्द एरिया एजुकेशन ऑफिसर की नियुक्ति की जाएगी । लोक शिक्षण संचालनालय में इसकी तैयारी चल रही है , लेकिन इससे पहले स्कूलों को व्यवस्थित किया जा रहा है विभाग के निर्देशों के बाद ऐसे संकुल केंद्र जिनसे 800 से 1000 स्कूल तक जुड़े हैं , उनके बोझ को कम करने के लिए उपसंकुल केंद्र बनाए जाएंगे ।
2 स्कूलों में उपसंकूल का प्रयोग सफल
प्रयोग के तौर पर दो साल पहले भोपाल के दो स्कूलों से इसकी शुरूआत की गई थी । राजधानी के दो बड़े संकुल केंद्र बालक स्टेशन हायरसेकंडरी स्कूल एवं लक्ष्मीमंडी शाला स्कूल के कुछ स्कूलों को आसपास के दूसरे बड़े स्कूलों से अटैच किया गया था , लेकिन कोरोना और शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के कारण इस पर काम नहीं हो सका था । अधिकारियों का कहना है कि उपसंकुल केंद्र बनाने से एक स्कूल में अधिक भार नहीं पड़ेगा ।
सभी स्कूलों में उपसंकुल की व्यवस्था करेंगे
प्रयोग सफल होने के बाद अब राजधानी सहित स्कूलों के अन्य संकुल केंद्रों से अटैच स्कूल को भी कम किया जाएगा । वर्तमान में प्रदेश में करीब डेढ़ हजार संकुल केंद्र हैं , वहीं भोपाल में इनकी संख्या 48 है । रिकॉर्ड के मुताबिक एक संकुल केंद्र के अंतर्गत पांच सौ से हजार तक निजी एवं प्राइमरी स्कूल आते हैं , जिसमें निरीक्षण एवं संचालन की जिम्मेदारी संकुल केंद्र के प्राचार्य की होती है ।
AEO की होगी नियुक्ति?
एरिया एजुकेशन की नियुक्ति के बाद प्राचार्य इस काम से मुक्त हो जाएंगे । 2013 में राज्य शिक्षा सेवा के गठन में एईओ के पद का सृजन हुआ है । प्रत्येक 40-50 स्कूल पर एक एईओ तैनात होगा । उसका काम शालाओं की मॉनिटरिंग का होगा । इस पद पर अध्यापक यूडीटी की नियुक्ति की जाना है ।
8 सितंबर 2013 को हुई थी AEO की परीक्षा
ज्ञात हो कि सरकार ने राज्य शिक्षा सेवा के तहत 3 हजार एईओ की भर्ती के लिए 8 सितंबर 2013 को व्यापमं के माध्यम से ऑनलाइन परीक्षा कराई थी । इसका रिजल्ट 10 सितंबर 2013 में घोषित किया गया था , जिसमें 80 फीसदी अध्यापक और 20 फीसदी प्रधानाध्यापक एवं यूडीटी शिक्षक सफल रहे थे । इसमें लिखित परीक्षा 75 अंक की थी और अनुभव के 25 अंक थे । सरकार ने अभ्यर्थियों के लिए प्रतिवर्ष अनुभव के 2 अंक निर्धारित किए गए थे।
AEO का मामला कोर्ट पहुंचा और नियुक्तियां अटक गई
प्रधानाध्यापक और यूडोटी शिक्षकों ने अध्यापकों की भर्ती का विरोध किया था । अभ्यर्थी इस मामले को लेकर कोर्ट पहुंचे थे । सुप्रीम कोर्ट ने आदेश में कहा था कि राज्य सरकार चाहे तो नए सिरे से विज्ञापन जारी कर एईओ की भर्ती करा ले । साथ ही यह हिदायत भी दी है कि पुराने अभ्यर्थियों और सरकार के खिलाफ याचिकाएं लगाने वालों के साथ किसी तरह का भेदभाव न किया जाए , लेकिन अब तक शिक्षा विभाग इस पर कोई निर्णय नहीं ले सका है ।
प्रधानाध्यापक और यूडीटी बनेंगे एईओ?
खटखटाएंगे कोर्ट का दरवाजा बताया जा रहा है कि एक शाला- एक परिसर ' योजना के बाद मुक्त हुए सीनियर हेडमास्टर या लेक्चरर को एईओ का प्रभार सौंपा जा सकता है । यदि ऐसे होता है तो पिछले चार वर्षों से अपनी नियुक्ति का इंतजार कर रहे चयनित शिक्षक नियुक्ति में बाधा उत्पन्न कर सकते हैं ।
परीक्षा में चयनित अध्यापक शिक्षक बनेंगे AEO ?
चयनित शिक्षकों का कहना है कि एईओ को नियुक्त में यदि उन्हें शामिल नहीं किया गया तो वे एक बार फिर कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे ।
लेख का सार - मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग में AEO की नियुक्ति का मामला एक बार फिर सामने आया है । सरकार ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी है जल्द ही इसकी पूरी रूपरेखा सामने आने वाली है देखना यह होगा कि AEO की नियुक्ति निर्विवाद , निर्विरोध सही तरीके से होगी या फिर यह मामला लटक जाएगा।
4 टिप्पणियाँ
AEO की नियुक्ति चयनित उम्मीदवारों की ही होनी चाहिए। जो योग्य है उन्हें उनका अधिकार मिलना चाहिए।
जवाब देंहटाएंचयनित AEO से ही भर्ती किया जाना सही होगा।
जवाब देंहटाएंLecturer AVN varishth adhyapakon ko bhi Niyukti Se vanchit Na Rakha Jaaye shasan varishth adhyapakon se kaksha 6 se 12 tak ki kakshaen padhvana chahti hai. Prashasnik padm Keval varishth Adhyapak ko Rakhna Jyada uchit hoga
जवाब देंहटाएंBhakti prakriya Mein lecture ko vanchit Rakha gaya tha jo ki galat Prayas tha is Bharti prakriya Mein Sabhi Ko mauka diya Jaaye promoted Adhyapak Jo vartman Mein lecturer Ban chuke hain unhen bhi Ae o banne Se Na roka Jaaye
जवाब देंहटाएंब्लॉक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद