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मध्यप्रदेश अजब है गजब है एक ही सिरिंज से 30 बच्चों को लगाय टीका, अधिकारी निलंबित, FIR दर्ज

 

मध्यप्रदेश अजब है गजब है एक ही सिरिंज से 30 बच्चों को लगाय टीका, अधिकारी निलंबित, FIR दर्ज


एक सिरिंज से 30 बच्चो का टीकाकरण

मध्य प्रदेश के सागर जिले में 27 जुलाई को चलाए जा रहे टीकाकरण महा अभियान के दौरान एक बड़ा ही गंभीर मामला सामने आया जैन प्राइवेट स्कूल सागर में वैक्सीनेशन का कार्य प्रारंभ किया जा रहा था यहां पर बच्चों को वैक्सीन लगाया जाना था ।


MP अजब है गजब है
एक बड़ा मामला सामने आया कि वैक्सीनेटर जो वैक्सीन लगाने वाले थे उन्होंने एक ही सिरिंज का उपयोग करके सारे बच्चों को वैक्सीन लगा दी।
किसी तरीके से किसी पालक का ध्यान जब उस और गया तब यह मामला सामने आया कि उक्त वैक्सीनेटर ने एक ही सिरिंज का उपयोग कर सारे बच्चों को वैक्सीन लगा दी।


कमिश्नर मुकेश शुक्ला ने जिला टीकाकरण अधिकारी निलंबित
मामला जैसे ही सामने आया अफरा तफरी मच गई मीडिया में खबरें आने लगी और शासन प्रशासन भी गंभीर हो गया । प्रशासन ने सख्त कार्यवाही करते हुए जिला टीकाकरण अधिकारी द्वारा कार्य में लापरवाही बरती गई न उन्होंने मॉनिटर किया केंद्र को ना उन्होंने व्यवस्था को देखा गंभीर लापरवाही पर जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ शोभा राम रोशन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।


वैक्सीन लगाने वाले पर FIR
वैक्सीन लगा लगाने वाले वैक्सीनेटर पर भी प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और पर भी थाने में FIR दर्ज करा दी गई है । इस पूरे मामले में गंभीर लापरवाही सामने आई है तभी यह जब बड़ा गंभीर मामला सामने आया ।


शुक्र है सभी बच्चे स्वस्थ है
स्वास्थ्य विभाग में सभी बच्चों के घर घर जाकर ब्लड सैंपल लिए थे सभी बच्चों की जांच रिपोर्ट सामान्य शुक्र है कि सभी बच्चे स्वस्थ हैं बुधवार को दक्षिणी लगवाने वाले सभी बच्चे गुरुवार को अपने स्कूल भी पहुंचे अभी उन्हें किसी भी तरह कोई समस्या नहीं है सिर्फ एक बच्ची ने हाथ में दर्द होने की समस्या बताई है हालांकि वैक्सीन लगने से बाद यह सामान्य बात है।

राज्य स्तरीय तीन सदस्यीय दल जांच हेतु गठित
भोपाल से आए राज्य स्तरीय तीन सदस्य दल ने 9 घंटे तक टीकाकरण से जुड़े सारे दस्तावेज खंगाले साथ ही बुधवार को हुए वैक्सीनेशन के संबंध में गाड़ी चलाने वाले ड्राइवर से लेकर सीएमएचओ डॉ डीके गोस्वामी तक के बयान दर्ज किए।


इन सवालों के जवाब कौन देगा
1.यदि वैक्सीनेशन सेंटर की ठीक से मॉर्निंग करते
2. जो वैक्सीन लगा रहे थे उसको क्या प्रशिक्षित नहीं किया गया 3. यदि प्रशिक्षित किया गया था तो केवल उसके पास एक ही सिरिंज थी
4. आखिर उसे निर्धारित सामग्री क्यों नहीं दी गई ।
5. वैक्सीन सेंटर पर क्या केवल वैक्सीनेटर की ही ड्यूटी लगाई गई थी  और स्टाफ कहां था ।
यह सारे सवाल अभी दिमाग में चल रहे हैं जांच में है।

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